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Urdu Teachers: बिहार के स्कूलों में बड़ी संख्या में उर्दू शिक्षकों की जगहे खाली है

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मौलाना अनीसुर्रहमान कासमी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल।
हाल में बिहार सरकार ने बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति की है। ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल का कहना है कि हम सरकार के इस कदम की सराहना करते हैं, साथ ही हम सरकार से मांग करते हैं कि बड़ी तादाद में स्कूलों में खाली उर्दू के शिक्षकों की बहाली की जाए। इसके अलावा करीब एक दशक से परेशान उर्दू टीईटी उम्मीदवारों के मसले को सरकार फौरी तौर पर हल करें।

 

बिहार के स्कूलों में बड़ी संख्या में उर्दू शिक्षकों की जगहे खाली है। ये कहना है ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना अनीसुर्रहमान कासमी का। Maulana Anisur Rahman Qasmi के मुताबिक हाल में बिहार सरकार ने बड़ी तादाद में टिचरों की नियुक्ति की है। हम सरकार को और खासतौर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस सिलसिले में मुबारकबाद देते हैं लेकिन अभी भी सरकारी स्कूलों में Urdu Teachers की जगहे खाली है जिस पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। मौलाना अनीसुर्रहमान कासमी का कहना है कि हमारा संविधान सभी बच्चों को अपनी मादरी जबान में तालीम हासिल करने का हक देता है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि शैक्षणिक व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए सभी स्कूलों में उर्दू के शिक्षकों को नियुक्त किया जाए।

 

नौजवानों से की अपील

 

ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और अबुल कलाम रिसर्च फाउंडेशन के चेयरमैन मौलाना अनीसुर्रहमान कासमी का कहना है कि राज्य में उर्दू को दूसरी सरकारी जबान का दर्जा हासिल है लेकिन उसके मुताबिक उर्दू जबान को वो हक हासिल नहीं हो पाता है। उन्होंने नौजवानों से भी अपील किया है कि शिक्षक की नौकरियों के लिए वो अपनी तैयारी जारी रखें। उनका कहना है कि तालीम से ही किसी समाज का मुकद्दर बदलता है इसलिए तालीम हासिल करना और प्रतियोगिता परीक्षा के लिए अपने आप को हमेशा तैयार रखना जरूरी है। Urdu Teachers बनने की ख्वाहिश रखने वाले छात्र इस बात पर जरूर गौर करें।

 

उर्दू टीईटी अभ्यर्थियों के मसले को सरकार फौरी तौर पर हल करें

 

ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना अनीसुर्रहमान कासमी का ये भी कहना है कि Urdu TET अभ्यर्थियों की मुश्किल को सरकार ने अब तक हल नहीं किया है। करीब एक दशक से उर्दू टीईटी के अभ्यर्थी अपने रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। उनका कहना है कि उर्दू बंगला टीईटी अभ्यर्थियों के मसले पर सरकार को फौरी तौर पर कार्रवाई करनी चाहिए। उनके मुताबिक उर्दू पढ़ने वाले बच्चे, Urdu Teachers के नहीं होने के कारण ठीक से अपनी तालीम मुकम्मल नहीं कर पाते हैं।

 

मिशन तालीम 2050 पर हो रहा है काम

 

मौलाना अनीसुर्रहमान कासमी के मुताबिक ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल, मिशन तालीम 2050 पर काम कर रही है। मिल्ली कौंसिल का कहना है कि 2050 तक सभी बच्चों के लिए तालीम का मुकम्मल इंतजाम हो इस संबंध में कौंसिल की कोशिश जारी है। साथ-साथ समाज को भी जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि सभी बच्चे तालीम से जुड़ सके। उन्होंने ने कहा कि ये बच्चों का बुनियादी हक है। मिल्ली कौंसिल इस सिलसिले में पूरे मुल्क में प्रोग्राम कर लोगों को बेदार कर रही है। बिहार के अलग-अलग जिलों में भी मिशन तालीम 2050 पर काम हो रहा है। कौंसिल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना अनीसुर्रहमान कासमी का कहना है कि हम पुर-उम्मीद हैं कि कौंसिल का ये मिशन जरूर कामयाब होगा।

 

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